प्रधानमंत्री पद के लिए कौन योग्य है?देश के लिए योग्य उम्मीदवार और उनकी योग्यताआईए जानते हैं और अपेक्षा करते हैं कि हम जिस को चुने वह भारत के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हो और भारत को अग्रसर करने के लिए अपना सब कुछ समर्पित करने के लिए तैयार होभारत ने बहुत से नेता पाए और बहुत से नेता खो दिएलोकसभा क्या है और लोकसभा में जाने योग्य कौन है हमें इस बात पर चर्चा करनी होगीलोकसभा एक ऐसी जगह है जहां पर हमारे द्वारा चुने हुए ऐसे नेता पहुंचते हैं जो हमारी समस्याओं को हल करें और समाज को और देश को एक विकसित देश बनाने में अपना सहयोग प्रदान करेंहमारे भारत ने प्रथम प्रधानमंत्री के तौर पर जवाहरलाल नेहरू को देखा उसके बाद लाल बहादुर शास्त्री भारत के प्रधानमंत्री बने इंदिरा गांधी, गुलजारीलाल नंदा जो कार्यवाहक के तौर पर हमारे प्रधानमंत्री रहे,मोरारजी देसाई,चौधरी चरण सिंह,इंदिरा गांधी,राजीव गांधी, विश्वनाथ प्रताप सिंह, चंद्रशेखर,पीवी नरसिम्हा राव,अटल बिहारी वाजपेई, एचडी देव गोड़ा,आई के गुजरा, अटल बिहारी वाजपेई,डॉक्टर मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी जो आज भी वर्तमान में हमारे प्रधानमंत्री हैं इस तरह 1947 से लेकर आजादी के बाद हमने अब तक करीब 18 प्रधानमंत्री देखेंजब हमारा देश परतंत्र था तब और अब में क्या फर्क है क्या हमने परतंत्रता से पूर्व या हमने परतंत्रता के बाद तरक्की कीजब हमारा देश अंग्रेजों की गुलामी में था और हमारे देश पर अंग्रेजों का राज चलता था तब हमारे देश के वीर सपूतों ने देश को आजाद करने के लिए अपना सर्वस्व निछावर कर दिया तब कहीं जाकर देश को आजाद पाया देश की आजादी का मकसद यही रहा कि हम अपने देश को विकसित देश बनाना चाहते थे और हमारा देश भी एक तरक्की याफता देश हो, इसके लिए हमेशा कार्य करते रहे |भारत देश के सभी नेतागण अपने देश की तरक्की के लिए अपने हिसाब से चलते रहे और उन्होंने देश को एक नए आयाम पर पहुंचाया,जहां विश्व भी अपनी तरक्कियों की तरफ चल रहा था और डिजिटल तरक्की और औधोगिक तरक्की कर रहा था वही हमारे देश ने भी अपने दम पर प्रदेश को औद्योगिक क्रांति में अग्रसर किया और देश को एक विकसित देश की तरफ लेकर चले |आज हमारा देश एक विकासशील देश है आने वाले समय में हमारा देश एक विकसित देश होगा यह हमारा उद्देश्य हैहमारे देश की आजादी में सभी संप्रदाय के लोगों का अपना अहम रोल रहा है और सभी ने जी-जान से देश को आजाद करने में अपना सहयोग प्रदान किया है चाहे वह हिंदू हो चाहे वह मुसलमान हो चाहे वह सिख हो चाहे वह ईसाई हो, हमारे देश की यही खूबी है कि हमारे देश में हर तरह के लोग रहते हैं हर मजहब के लोग रहते हैं और हर तरह के व्यक्ति हमारे देश में रहते हैं,और अलग-अलग भाषाओं वाले लोग भी हमारे देश में रहते हैं यह हमारे देश मे विभिन्नता में एकता का प्रतीक रहा है सारे संसार का सिर्फ अकेला देश भारत है जिसे हिंदुस्तान कहते हैं जहां पर सभी किस्म के नागरिक रहते हैं बिना किसी द्वेष के बिना किसी भेदभाव केहाल ही में चुनाव नजदीक हैं सभी पार्टियों देश पर राज करने की फिराक में है इस बारे में हमारा क्या कर्तव्य है हमें कैसे व्यक्ति को चुनकर संसद में पहुंचना है और अपने देश का लीडर बनना है यह नेताओं पर निर्भर नहीं करता बल्कि स्वयं राज्य और देश की जनता पर निर्भर करता है कि वह कैसे लीडर को अपने देश का स्वामित्व सोपे |क्योंकि राजनीति ही एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां पर देश को चलाने की रणनीति बनाई जाती है जहां पर देखा जाता है कि देश की आर्थिक स्थिति कैसी है और उसको प्रबल कैसे बनाया जा सकता है देश के कानून कैसे हैं और उनको कैसे मजबूत किया जा सकता है यह हमारे नेता ही सोचते हैं और नेताओं का क्या कर्तव्य है और नेता किस तरह के होने चाहिए यह हमें सोचना होगा|हमें यह भी सोचना होगा कि हमारा देश परतंत्र क्यों हुआ था वह क्या वजह थी कि जिस वजह से हमारे देश को परतंत्रता का सामना करना पड़ा|हम इस बात पर चर्चा करते हैं हमारे देश को स्वतंत्रता का सामना करने का एक बहुत बड़ा रीजन यह है की जितनी भी बाहरी और विदेश की ताकत है हमारे देश में आई उन्होंने हमारे देश में हमारी एकता को मजबूती समझा और इस एकता को तोड़ने के लिए देश में “फूट डालो राज करो” की रणनीति को अपनाया|हमारी एकता को खंडित करने की उनकी योजना सफल रही और वह हमारे देश पर राज करने में कामयाब रहे यह हमारे देश की एक कमजोरी थी लेकिन जैसे ही देश के नागरिकों को यह एहसास हुआ कि हमारी विभिन्नता मे एकता को विदेशी समझ गए और उन्होंने हमारे देश को खंडित करने का कार्य किया, जैसे ही देश के नागरिको ने समझा तुरंत ही देश के नागरिक एकजुट हुए चाहे वह हिंदू हो मुसलमान हो या सिख हो सभी नागरिकों ने मिलकर देश को आजाद कराया और अपना सहयोग दिया और यहां तक की अपना सर्वस्व देश के लिए बलिदान कर दियाअब हमें सोचना होगा कि हम अपने देश को और देश की जनता को किस तरह से विकासशील देश की तरफ से एक उन्नत और प्रगतिशील देश की तरफ ले जाकर एक विकसित देश कैसे बनाएंहमें ऐसी राजनीतिक पार्टी का भी चुनाव करना होगा कि जो विभिन्नता में एकता के महत्व को समझे और भारत को एक अखंड भारत बनाने की योजना पर कार्य करेंहमें यह भी समझना होगा कि देश की कमजोरी क्या है और उनको मजबूत कैसे बनाया जा सकता हैजब जब देश की एकता खंडित होगी तब तब राष्ट्र कमजोर होगा और राष्ट्र पर अन्य देशों की निगाहें होंगी जो हमारे राष्ट्र को कमजोर करेंगीदेश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए हमें एक ऐसी राजनीतिक पार्टी का चुनाव करना होगा जो देश को आर्थिक तौर पर विकसित कर सके ताकि देश आर्थिक तौर पर मजबूत हो सकेदेश को सामाजिक स्तर पर और देश को संस्कृतिक स्तर पर मजबूत बनाने के लिए देश के प्रत्येक नागरिक को नैतिक तौर पर उसकी जिम्मेदारी और उसके कर्तव्य को समझाना होगाआईये अब हम बात करते हैं एक ऐसे लीडर की जिसमें वह गुण हो जो देश को आर्थिक तौर पर सामाजिक तौर पर विश्व पटल पर एक विकसित राष्ट्र के तौर पर लेकर आएजब देश में सांप्रदायिकता दूर होगी और देश में भ्रष्टाचार खत्म होगा और सौहार्द कायम होगा प्रत्येक नागरिक को न्याय मिलेगा और देश आर्थिक तौर पर मजबूत होगा तब कहीं जाकर मेरा भारत महान होगाआज राष्ट्र की राजनीति में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस राजनीतिक पार्टियों बनकर देश की सत्ता पर अपना वर्चस्व कायम करना चाहती हैं यहां हमें आकलन करना होगा कि हमें कैसी पार्टी को चुनना है कि जो देश की जनता को और देश को सर्वश्रेष्ठ बना सकेजो देश को सांप्रदायिकता से बचा सके देश के नागरिकों को अन्याय से बचा कर न्याय दिला सके देश के बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिला सके और देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए देश में औद्योगिक क्रांति को और डिजिटल क्रांति को जन्म दे सके |क्योंकि जब-जब देश मे सांप्रदायिकता ने अपने पांव पसारे तब तब देश को नुकसान हुआ है जब-जब देश के नागरिकों को न्याय नहीं मिल पाया तब तब देश में अन्याय फैला और भ्रष्टाचार फैला जो हमारे देश को पतन की तरफ ले जाते हैंकुछ महत्वपूर्ण बातें जो देश के लीडर बनने के लिए जरूरी है1.शिक्षाशिक्षा का होना एक राजनेता के लिए बहुत जरूरी है क्योंकि जो व्यक्ति शिक्षित होगा उसमें ऐसे गुण मौजूद होंगे जो एक अनपढ़ व्यक्ति में मौजूद नहीं होते |क्योंकि शिक्षा के बिना व्यक्ति ऐसे कार्य करता है जो व्यवस्थित नहीं होते| शिक्षा समाज के प्रत्येक नागरिक के लिए बहुत जरूरी है और प्रत्येक नागरिक शिक्षा तभी ग्रहण कर पाएगा जब हमारे देश का लीडर शिक्षित होगा हमें एक ऐसे लीडर को देखना है एक ऐसे लीडर का चुनाव करना है,जो शिक्षित हो,और राष्ट्र को शिक्षित करने के लिए अपना अहम किरदार निभाता हो2.अच्छा वक्ताअच्छा वक्ता होना देश के लीडर के लिए अति आवश्यक है जब तक देश का नेता एक अच्छा वक्ता नहीं होगा तब तक वह एक अच्छा लीडर कहलाने योग्य नहीं हो सकताक्योंकि कोई भी व्यक्ति अपनी बात को दूसरे तक पहुंचाने के लिए अपनी वाणी का इस्तेमाल करता है और अच्छी वाणी बोलने के लिए एक अच्छा वक्ता होना जरूरी है और एक अच्छा वक्ता ही अपनी बात को दूसरों तक सही तरीके से पहुंचाने में सक्षम होता है इसलिए मेरे देश को एक ऐसे लीडर की आवश्यकता है कि जो एक अच्छा वक्ता हो3.सांप्रदायिकता और जातिवाद से दूरदेश को चलाने के लिए वही लीडर योग्य माना जाता है कि जो सांप्रदायिकता और जातिवाद से दूर हो क्योंकि,जब जब भी देश में सांप्रदायिकता और जातिवाद की आग लगी है तब तक देश को नुकसान हुआ है,और ऐसा व्यक्ति यदि खुद संप्रदाय और जातिवाद के दायरे में हो तो वह अच्छी राजनीति नहीं कर सकता और संभव है कि वह देश के पतन का कारण बने4.व्यवहार कुशलदेश का नेता व्यवहार कुशल हो ऐसी अपेक्षा की जाती है क्योंकि दुराचारी व्यक्ति किसी भी नागरिक के साथ अच्छा सुलूक नहीं कर पाएगा,जबतक वह खुद व्यवहार कुशल ना हो, क्योंकि देश के नेता को जनता के बीच में रहना होता है और जनता की परेशानियों को सुनना होता है इसलिए जरूरी है कि देश का नेता व्यवहार कुशल हो ताकि वह अन्य व्यक्तियों की बात को और उनकी भावनाओं को समझ कर उनके समस्याओं का निदान कर सके |5. न्याय प्रियकिसी भी देश के लिए न्याय की स्थापना का होना बहुत ज़रूरी है |क्योंकि जिस देश में न्याय नहीं होता वह देश कंगाल हो जाया करता है और वहां की जनता त्रस्त रहती है और लोगों में द्वेष की भावना जन्म लेती है न्याय ही एक अहम बिंदु है, के जो देश को चलाने के लिए और देश को स्थिर बनाने के लिए और देश में शांति व्यवस्था बनाने के लिए बहुत जरूरी है, यदि देश का नेता न्याय प्रिय है तो देश को कोई समस्या कोई परेशानी किसी तरह की नहीं आ सकती क्योंकि दुनिया का सबसे बड़ा धर्म न्याय ही है और दुनिया के सारे धर्म ही न्याय पर आधारित है और यदि देश में ही अन्याय हो तो फिर न्याय की उम्मीद कहां से की जा सकती है और यदि देश का लीडर ही अन्यायी हो तो देश में न्याय की स्थापना नहीं हो सकती इसलिए जरूरी है कि देश के लीडर को न्याय प्रिय होना चाहिए ताकि देश में न्याय की स्थापना हो सके और देश में शांति की स्थापना हो सके |6. दूरदर्शी होदेश को दूरदर्शिता की जरूरत है एक ऐसा नेता जो देश के भविष्य के लिए देश को अग्रसर करने के लिए दूरदर्शी हो तो वह एक बेहतर नेता कहलने योग्य है क्योंकि दूरदर्शिता का होना ही देश को और राष्ट्र को किसी भी आने वाली समस्या से निजात दिलाने के लिए अहम रोल निभाता है यदि देश का नेता दूरदर्शी होगा तो देश में आने वाली किसी भी समस्या का निदान समस्या के आने से पूर्व ही किया जा सकता है7. ईमानदारजिस देश में ईमानदारी नहीं होगी वहां भ्रष्टाचार होगा और जहां भ्रष्टाचार होगा वहां अन्याय होगा और जहां अन्याय होगा वहां शांति नहीं होगी और जहां शांति नहीं हो सकती वहां फसाद होगा और जहां फसाद होगा वह देश बर्बाद हो जाएगाइसलिए जरूरी है कि देश में ईमानदारी कायम हो कि जहां एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति के प्रति ईमानदारी के साथ पेश आए तो देश में न्याय तो होगा ही साथ-साथ देश में अमन होगा सुकून होगा और शांति होगी इसलिए जरूरी है कि देश के नेता को ईमानदार होना चाहिए ताकि वह ईमानदारी के साथ कार्य कर सके और भ्रष्टाचार को खत्म कर सके अन्याय को खत्म कर सके और इसके लिए जरूरी है कि वह ईमानदार हो8. निडरजो व्यक्ति निडर होगा वही देश का शासक होगा और वही देश को शासित करेगा क्योंकि निडरता ही वह तत्व है जो जो किसी भी व्यक्ति को शासक बनने के लिए एक जरूरी तत्व है निडर शासक ही देश को विश्व पटल पर उजागर कर सकता है और अन्य देशों से रक्षात्मक प्रणाली को अपनाकर देश के नागरिकों की सुरक्षा के लिए इंतजाम कर सकता है जो डरपोक होगा तो वह शासन करने के लिए योग्य नहीं हो सकता क्योंकि यदि वह डरपोक होगा तो कोई भी देश हमारे देश को कभी भी धमका सकता है जो हमारे देश के नागरिकों के लिए और हमारे देश की सुरक्षा के लिए खतरा बनकर हमारे देश के लिए प्रतंत्रता की वजह बन जाएगा,इसलिए यह आवश्यक है कि देश का शासक वही हो जिसमें निडरता पाई जाती हो और जो निर्भीक होकर देश के लिए समर्पित होकर देश की सेवा के लिए अपना सर्वस्व देश को अर्पित कर सकता हो |9. आलसी ना हो जागरूक हो“आलस्य बुरी बला है” और यह तो सब जानते ही हैं की आलस करने वाला व्यक्ति कभी कामयाब नहीं होता और आलस्य विनाश की जड़ होती है ऐसा व्यक्ति जो आलसी होगा वह कभी तरक्की नहीं कर सकता और ना ही देश को तरक्की की तरफ ले जा सकता हैतो देश के लिए ऐसा नेता हो जो आलसी ना हो बल्कि जागरूक हो और देश के तरक्की के लिए सदैव तत्पर रहे|और तेजी के साथ बिना किसी आलस्य के जागरूक रहकर देश को जागृत करें वही व्यक्ति देश के नेता बनने के लिए और देश का लीडर बनने के लिए योग्य होता है10. राष्ट्र के प्रति समर्पणजो व्यक्ति राष्ट्र के प्रति समर्पित होगा वही व्यक्ति राष्ट्र के शासन योग्य होगा और वही व्यक्ति राष्ट्र के शासन के लिए अनुकूल होगा ऐसा व्यक्ति जो राष्ट्र के प्रति समर्पित होगा वह राष्ट्र के लिए हमेशा ही चिंतन करेगा और राष्ट्र को उन्नति की ओर अग्रसर करेगा ऐसा ही व्यक्ति ईमानदार भी होगा ऐसा ही व्यक्ति न्याय प्रिय भी होगा जो व्यक्ति राष्ट्र के प्रति समर्पित नहीं होगा वह देश देश के शासक बनने योग्य नहीं हो सकता| इसलिए जरूरी है हमें एक ऐसा लीडर चुनना होगा एक ऐसा नेता चुनना होगा जो देश के लिए समर्पित होगा जो देश के लिए हमेशा बेहतर से बेहतर कार्य करने के लिए अग्रसर हो |चुनाव नजदीक ही है और हमें अपना नेता चुनना हैयह कुछ महत्वपूर्ण बातें थी जो मैंने आपको बताई की एक लीडर में कौन-कौन से गुणों का होना जरूरी है यदि आपको लगता है कि हमारे नेताओं में यह गुण मौजूद हैं तो हमारे देश के लिए यह बेहतर नेता साबित हो सकते हैं|अब आपको तह करना है कि आपको किस तरह के नेता का चुनाव करना है और किस तरह के व्यक्ति को आपको शासन कराना है और शासक के तौर पर चुनाव करना है|अगर आपको मेरी बातें अच्छी लगी और मेरी बातें आपको पसंद आई तो प्लीज मेरे प्रोफाइल को फॉलो जरूर कर दीजिएगा लाइक जरुर कर दीजिएगा और सब्सक्राइब जरूर कर दीजिएगा·आपका अपना गौहर धन्यवाद#bjp #congress#RahulGandhi#NarendraModi#primeMinister
The magic of words The whole world is running on the basis of words. If we want to talk to someone, we use words. Any language in the world has its own words and communication happens through words. Words play a role in exchanging ideas through which a person understands what another person is saying. If there are no words, a person cannot understand what anyone is saying. A person cannot understand the complete conversation of another person just by gestures, unless the person explains his conversation to another person through words. There are many languages in use in the world and each language has its own words through which humans communicate. While facial expressions play a role in expressing emotions, words too have an important role; without words, facial expressions appear meaningless. Whatever we learn and whatever information we get, it is all words only. Be it Hindi or English, Arabic or Urdu, Sanskrit or Persian, French or any language of the world, all have their own vo...
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