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Showing posts from January, 2024

मानवता क्या हैँ क्यू ज़रूरी हैँ

गौहर           मानवता क्या हैँ क्यू ज़रूरी हैँ मानवता के लिए समझदारी, सहानुभूति, और समर्पण की आवश्यकता है। व्यक्तिगत और सामाजिक स्तर पर समझदारी से हम अपने अन्य साथी मानवों की भावनाओं को समझ सकते हैं, सहानुभूति हमें दूसरों के दुःख और सुख में सहयोग करने की क्षमता प्रदान करती है, और समर्पण से हम समाज के हित में कार्य करके समृद्धि का योगदान दे सकते हैं। इन मौलिक गुणों के माध्यम से ही मानवता सही दिशा में आगे बढ़ सकती है। मानवता एक उच्चतम मानक है जो हमें अपने साथी मानवों के प्रति समर्पित करता है। इसके बिना समाज असंतुलित हो सकता है, क्योंकि मानवता ही एक समृद्धि, समरसता, और एकता का आधार है। यह हमें दूसरों के संबंधों में सहानुभूति और समर्थन की भावना प्रदान करती है, जिससे हम समृद्धि और समाज में समरसता बनाए रख सकते हैं। मानवता का महत्व सिर्फ व्यक्तिगत स्तर पर ही नहीं, बल्कि समाज, राष्ट्र, और विश्व स्तर पर भी है, क्योंकि यह समृद्धि और शांति की सृष्टि में मदद करती है।

कंप्यूटर: आज के युग का सुपर कंप्यूटर**

Gauhar**कंप्यूटर: आज के युग का सुपर कंप्यूटर** आज का युग तकनीकी उन्नति का युग है, और इसका अद्वितीय साथी है - कंप्यूटर। कंप्यूटर ने अपनी उच्चतम स्तर पर तकनीकी क्षमताओं के साथ मानवता को नए दरबारों की ऊँचाइयों तक पहुँचाया है। कंप्यूटर का सुधारग्रंथ विकसित होता रहा है, और आज हम उसे "सुपर कंप्यूटर" कह सकते हैं। सुपर कंप्यूटर ने समस्त तकनीकी क्षेत्रों में विपणी बढ़ा दी है और मानव समृद्धि की ओर एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है। इसकी गति, स्थिरता, और संग्रहण क्षमता मानव मस्तिष्क के अद्वितीयता की ओर संकेत करती हैं। यह विज्ञान, औद्योगिकी, अनुसंधान और शिक्षा क्षेत्रों में अनगिनत संभावनाओं का समर्थन करता है। सुपर कंप्यूटर का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में हो रहा है, जैसे कि अत्यंत संबंधित डेटा विश्लेषण, आई, जीनोमिक्स, मौसम पूर्वानुमान, और न्यूरल नेटवर्क्स। इससे हमारे समय की महत्वपूर्ण समस्याओं का समाधान और नई ज्ञान की राहें खुलती हैं। हमारे युग में, जिसमें जल, वायु, और भूमि के संरक्षण में सकारात्मक कदम बढ़ाना अत्यंत आवश्यक है, सुपर कंप्यूटर भूमि बचाने, जल संवर्धन करने, और ऊर्जा विभाजन में मदद कर...

शिक्षा का महत्त्व

Gauhar"शिक्षा: समाज की उन्नति का आधार" शिक्षा एक ऐसा मूल्य है जो समाज को प्रगति और विकास की दिशा में बढ़ावा देती है। ये एक ऐसा माध्यम है जो व्यक्ति को ज्ञान, संस्कार और सामाजिक संवेदना प्रदान करता है। शिक्षा के बिना समाज में सुधार और प्रगति संभव नहीं है। पहले, शिक्षा व्यक्ति को ज्ञान का भंडार प्रदान करती है, जो उसको अपने आस-पास के विचार-विमर्श में सुधारने में मदद करता है। ज्ञान के बिना व्यक्ति अपने क्षेत्र में उन्नति नहीं कर सकता। शिक्षा व्यक्ति में दृष्टि, सोच और सामाजिक संवेदना को विकसित करती है। दूसरी ओर, शिक्षा व्यक्ति को संस्कार प्रदान करती है। ये बताती है कि क्या सही है और क्या गलत। संस्कार, व्यक्ति को एक नीति और मर्यादा में रहने की शिक्षा देता है, जो समाज में साधारण जीवन का एक महत्व पूर्ण हिसा है। शिक्षा के माध्यम से व्यक्तित्व में एक उच्च संभावना होती है और उसका व्यवहार समाज में सुधार होता है। शिक्षा से आने वाले परिवर्तन से समाज में अध्ययन, अनुशासन और तकनीक में सुधार होता है। अंत में, शिक्षा व्यक्ति को सामाजिक संवेदना प्रदान की जाती है। ये बताती है कि दूसरे लोगों की भ...